एक शहर में बहुत गन्दगी थी। आस पास के होटल वाले बचा हुआ खाना गलियों में गिरा देते थे।
गलियों में कुत्ते इक्कठे होने लगे। उन्हें फैंकी हुई रोटियाँ और बोटियाँ मिलने लगी। अच्छी मौज काट रही थी।
एक नया मेयर आया आते ही शहर मेँ साफ़ सफाई शुरू की। होटलों का बचा हुआ खाना व्यस्थित तरीके से इक्कठा करके गरीबों को बाँटना शुरू किया।
खाली जमीनों को साफ़ करके निर्माण कराना शुरू किया। अब कुत्तों को न रहने के लिए जगह मिल रही थी न खाने को बोटियाँ।
उन्होंने अब हर आने जाने वालों पर भौकना शुरू कर दिया। और फ़िर चारों तरफ असहिष्णुता फ़ैल गयी।
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